Swami Vivekananda Quotes

Top 50 Swami Vivekananda Quotes in Hindi

“जितना बड़ा संघर्ष होगा, जीत उतनी ही शानदार होगी”

– Swami Vivekananda

स्वागत है आपका हमारे लेख Swami Vivekananda के अनमोल विचार में | दोस्तों कैसे हैं आप सभी आशा करते हैं कि आप सभी कुशल मंगल होंगे| हां तो आज हम बात करेंगे भारत भूमि में जन्मे एक महान आत्मा शख्सियत के बारे में अपने बुद्धि विवेक के द्वारा सनातन धर्म का देश विदेश में झंडा गाढ़ा और एक नया कीर्तिमान स्थापित किया|

स्वामी विवेकानंद जी का जीवन परिचय- Swami Vivekananda Short Intro about Life

स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekananda) जी का जन्म 12 जनवरी 1863 में पश्चिम बंगाल, कोलकाता के बंगाली कुलीन कायस्थ हिंदू परिवार में हुआ था| उनका बचपन का नाम वीरेश्वर रखा गया किंतु उनका ऑफिशियल नाम नरेंद्र नाथ दत्त था| उनके पिताजी का नाम विश्वनाथ दत्त था जो कि कोलकाता हाई कोर्ट में एक प्रसिद्ध वकील थे उनके दादाजी दुर्गा चरण दत्त संस्कृत और फारसी भाषा में प्रख्यात विद्वान थे | 

दुर्गा चरण दत्त जब 24 साल के थे तभी उन्होंने अपने परिवार को त्याग दिया और एक साधु बन गए|  माताजी भुनेश्वरी देवी जो कि काफी धार्मिक विचार की महिला थी उनका अधिकांश समय भगवान शिव की पूजा अर्चना में ही व्यतीत होता था| नरेन्द्र के पिता और उनकी माँ के धार्मिक, प्रगतिशील व तर्कसंगत व्यवहार ने उनकी सोच और व्यक्तित्व को आकार देने में सहायता किया|

बचपन से ही वीरेश्वर अत्यन्त विलक्षण तथा कुशाग्र बुद्धि के तो थे और साथ ही नटखट भी बहुत थे। वे अपने साथी बच्चों के साथ खूब शरारत करते थे और मौका मिलने पर अपने अध्यापकों के साथ भी शरारत करने से नहीं चूकते थे। उनके घर में प्रत्येक दिन नियमपूर्वक पूजा-पाठ होता था|  माता भुवनेश्वरी देवी धार्मिक प्रवृत्ति की होने के कारण पुराण,रामायण, महाभारत आदि की कथा सुनने का बहुत शौक था। इनके घर कथावाचक बराबर आते रहते थे। 

नियमित रूप से भजन-कीर्तन भी होता रहता था। परिवार के धार्मिक एवं आध्यात्मिक वातावरण के प्रभाव से बालक नरेन्द्रनाथ दत्त के मन में बचपन से ही धर्म एवं अध्यात्म के प्रति संस्कार गहरे होते गये। माता-पिता के संस्कारों और धार्मिक वातावरण के कारण बालक के मन में बचपन से ही ईश्वर को जानने की उत्सुक्तता  और उसे प्राप्त करने की लालसा दिखायी देने लगी थी। ईश्वर के बारे में जानने की उत्सुकता में कभी-कभी वे ऐसे प्रश्न पूछ देते थे कि उनके माता-पिता और कथावाचक भी घनचक्कर में पड़ जाते थे|

स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekananda)वेदों और उपनिषदों के महान ज्ञाता होने के साथ-साथ प्रखर वक्ता भी थे। सनातन धर्म और संस्कृति के प्रचार में उनका महत्वपूर्ण योगदान था, और उन्होंने वेदांत दर्शन को दुनिया भर में फैलाने में मदद की। इसने भारत की स्वतंत्रता पर एक बड़ा प्रभाव डाला, क्योंकि लोगों में राष्ट्रवाद की प्रबल भावना ने गुलामी की जंजीरों को तोड़ने में मदद की।

Swami Vivekananda के विचार और कार्य युवाओं के लिए सदैव प्रेरणास्रोत रहेंगे। उनका मानना था कि यदि युवाओं की ऊर्जा को सही दिशा दी जाए तो राष्ट्र के विकास को एक नई ऊंचाई पर ले जाया जा सकता है। आज का युवा जीवन में कई निराशाओं का सामना कर रहा है, लेकिन केवल स्वामी विवेकानंद के विचार ही उन्हें आशा दे सकते हैं और कड़ी मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं। एक मार्गदर्शक और मार्गदर्शक के रूप में उनके विचार हमेशा युवाओं के साथ रहेंगे।

50+ Top Swami Vivekananda Quotes in Hindi स्वामी विवेकानंद के अनमोल विचार

जिस तरह से विभिन्न स्रोतों से उत्पन्न धाराएँ अपना जल समुद्र में मिला देती हैं। उसी प्रकार मनुष्य द्वारा चुना हर मार्ग, चाहे अच्छा हो या बुरा, भगवान तक जाता है

जिस शिक्षा से हम अपना जीवन निर्माण कर सके, मनुष्य बन सके ,चरित्र गठन कर सके और विचारों की सामंजस्य कर सकें। वही वास्तव में शिक्षा कहलाने योग्य है।

कभी मत सोचिये कि आत्मा के लिए कुछ असंभव है। ऐसा सोचना सबसे बड़ा अधर्म है। अगर कोई पाप है, तो वो यही है; ये कहना कि तुम निर्बल हो या अन्य निर्बल हैं। swami vivekananda Quotes in Hindi

अगर धन दूसरों की भलाई करने में मदद करे,तो इसका कुछ मूल्य है, अन्यथा, ये सिर्फ बुराई का एक ढेर है, और इससे जितना जल्दी छुटकारा मिल जाये उतना बेहतर है।

ज्ञान का प्रकाश सभी अंधेरों को खत्म कर देता है।
भय और अपूर्ण वासना ही समस्त दुःखों का मूल है।

शिक्षा व्यक्ति में अंतर्निहित पूर्णता की अभिव्यक्ति है।वह नास्तिक है, जो अपने आप में विश्वास नहीं रखता। Swami vivekananda Quotes in Hindi

जितना बड़ा संघर्ष होगा, जीत उतनी ही शानदार होगी।
सत्य को स्वीकार करना जीवन का सबसे बड़ा पुरुषार्थ है।

अच्छे अभिप्राय, निष्कपटता और अनंत प्रेम विश्व को जीत सकते हैं। इन गुणों से युक्त एक आत्मा लाखों पाखंडियों और पाशविकों की काली योजनाओं को नष्ट कर सकती है।

यदि स्वयं में विश्वास करना और अधिक विस्तार से पढाया और अभ्यास कराया गया होता, तो मुझे यकीन है कि बुराइयों और दुःख का एक बहुत बड़ा हिस्सा गायब हो गया होता।

बल ही जीवन है और दुर्बलता मृत्यु।

मौन, क्रोध की सर्वोत्तम चिकित्सा है।

दिल और दिमाग के टकराव में दिल की सुनो।

खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है।

चिंतन करो, चिंता नहीं; नए विचारों को जन्म दो।

 मनुष्य के चरित्र का नियमन करने वाली 2 चीजें होती हैं – बल और दया। बल का प्रयोग सदैव हम सभी शक्तियां और सुविधाओं और स्वास्थ्य उपयोग करने के लिए करते हैं। दया दैवीय संपत्ति है। 


swami Vivekananda Quotes in Hindi

जब कभी भारत के सच्चे इतिहास का पता लगाया जायेगा। तब यह संदेश प्रमाणित होगा कि धर्म के समान ही विज्ञान, संगीत, साहित्य, गणित, कला आदि में भी भारत समग्र संसार का आदि गुरु रहा है।

मनुष्य जैसे जैसे उन्नति करता है। विवेक और प्रेम उसके जीवन के आदर्श बनते जाते हैं। उसकी इन बातों का जैसे जैसे विकास होता है वैसे ही उसके इंद्रिय विषयों में आनंद करने की शक्ति क्षीण होती जाती है।

किसी की निंदा ना करें। अगर आप मदद के लिए हाथ बढ़ा सकते हैं, तो ज़रुर बढाएं। अगर नहीं बढ़ा सकते, तो अपने हाथ जोड़िये, अपने भाइयों को आशीर्वाद दीजिये, और उन्हें उनके मार्ग पे जाने दीजिये।

कानून मकड़जाल की तरह होता है। जब कोई कमजोर और बीमार फंसता है तो मारा जाता है। जबकि शक्तिशाली और बलवान जाल तोड़कर भाग जाता है। कानून मौत की तरह होना चाहिए जो किसी को ना बक्शे। 

Motivational Quotes about Life

पवित्रता, धैर्य और उद्यम – ये तीनों गुण मैं एक साथ चाहता हूं।

आकांक्षा, अज्ञानता और असमानता – यह बंधन की त्रिमूर्तियां हैं।

हम जो बोते हैं वो काटते हैं। हम स्वयं अपने भाग्य के निर्माता हैं।

मेहनत से जीवन की हर मुश्किल से बाहर निकला जा सकता है।

हिन्दू संस्कृति आध्यात्मिकता की अमर आधारशिला पर स्थित है।

ज्ञान स्वयं में वर्तमान है, मनुष्य केवल उसका आविष्कार करता है।

जब तक करोड़ों लोग भूखे और अज्ञानी रहेंगे, मैं उस प्रत्येक व्यक्ति को विश्वासघाती मानूंगा जो उनकी कीमत पर शिक्षित हुआ है और उनकी ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देता है।

एक रास्ता खोजो। उस पर विचार करो। विचार को जीवन बना लो। उसके बारे में सोचो। सपना देखो, जियो। मस्तिष्क, मांसपेशियों, शरीर के प्रत्येक भाग को उस विचार से भर दो। सफलता का यही रास्ता है।

सौंदर्य और यौवन का नाश हो जाता है। जीवन और धन का नाश हो जाता है। नाम और यश का विनाश हो जाता है। पर्वत भी चूर चूर होकर मिट्टी हो जाते हैं। मित्रता और प्रेम ही नश्वर है। एक मात्र सत्य ही चिरस्थाई है। Swami Vivekananda Quotes in Hindi

तुम मुझे पसंद करो या मुझसे नफरत, दोनो ही मेरे पक्ष में हैं। क्योंकि अगर तुम मुझको पसंद करते हो तो मैं आपके दिल में हूँ और अगर तुम मुझ से नफरत करते हो तो मैं आपके दिमाग में हूं। पर रहूंगा आप के पास ही।

बाहर की दुनिया बिलकुल वैसी है, जैसा कि हम अंदर से सोचते हैं। हमारे विचार ही चीजों को सुंदर और बदसूरत बनाते हैं। पूरा संसार हमारे अंदर समाया हुआ है, बस जरूरत है चीजों को सही रोशनी में रखकर देखने की।

जहां दुर्बलता और जड़ता है, वहां क्षमा का कोई मूल्य नहीं, वहां युद्ध ही श्रेयस्कर है। जब तुम यह समझो कि सरलता से तुम विजय प्राप्त कर सकते हो, तभी क्षमा करना। संसार युद्ध क्षेत्र है। युद्ध करके ही अपना मार्ग साफ करो।

यह मत भूलो कि बुरे विचार और बुरे कार्य तुम्हें पतन की और ले जाते हैंIइसी तरह अच्छे कर्म व अच्छे विचार लाखों देवदूतों की तरह अनंतकाल तक तुम्हारी रक्षा के लिए तत्पर हैं।

कोई व्यक्ति कितना ही महान क्यों न हो, आँखें मूंदकर उसके पीछे न चलिए। यदि ईश्वर की ऐसी ही मंशा होती तो वह हर प्राणी को आँख, नाक, कान, मुँह, मस्तिष्क आदि क्यों देता…?

उठो मेरे शेरो, इस भ्रम को मिटा दो कि तुम निर्बल हो। तुम एक अमर आत्मा हो, स्वच्छंद जीव हो, धन्य हो, सनातन हो। तुम तत्व नहीं हो, तत्व तुम्हारा सेवक है तुम तत्व के सेवक नहीं हो I Swami Vivekananda Quotes in Hindi

भिखारियों को लूट कर या चीटियों का शिकार करके क्या लाभ हो सकता है। अतः यदि प्रेम करना है तो ईश्वर से करो इन सांसारिक वस्तुओं की परवाह कौन करता है। यह संसार मिथ्या है।

यही दुनिया है; यदि तुम किसी का उपकार करो, तो लोग उसे कोई महत्व नहीं देंगे। किन्तु ज्यों ही तुम उस कार्य को बंद कर दोगे, वे तुरन्त तुम्हें बदमाश प्रमाणित करने में नहीं हिचकिचायेंगे।

 आप अपने को जैसा सोचेंगे, आप वैसे ही बन जाएंगे। यदि आप स्वयं को कमजोर मानते हैं तो आप कमजोर ही होंगे। और यदि आप स्वयं को मजबूत सोचते हैं तो आप मजबूत हो जाएंगे।

हमारी उंगली में एक कांटा चुभ जाए तो उसे निकालने के लिए हम दूसरा कांटा काम में लाते हैं। लेकिन जब निकल जाता है तो हम दोनों को ही फेंक देते हैं। फिर हमें दूसरे कांटे को रखने की कोई आवश्यकता नहीं रह जाती है इसी प्रकार कुसंस्कारों का नाश शुभ संस्कारों द्वारा करना चाहिए। (Swami Vivekananda Quotes 

अपनी वर्तमान अवस्था के जिम्मेदार हम ही हैं, और जो कुछ भी हम होना चाहते हैं, उसकी शक्ति भी हमीं में है। यदि हमारी वर्तमान अवस्था हमारे ही पूर्व कर्मों का फल है, तो यह निश्चित है कि जो कुछ हम भविष्य में होना चाहते हैं, वह हमारे वर्तमान कार्यों द्वारा ही निर्धारित किया जा सकता है। (Swami Vivekananda Quotes

सत्य, प्राचीन अथवा आधुनिक किसी समाज का सम्मान नहीं करता। समाज को ही सत्य का सम्मान करना पड़ेगा, अन्यथा समाज का विनाश हो जाएगा। सत्य ही हमारे सारे प्राणियों और समाजों का मूल आधार है, अतः सत्य कभी भी समाज के अनुसार अपना गठन नहीं करेगा। वही समाज सब से श्रेष्ठ है, जहाँ सभी सत्यों को कार्य में परिवर्तित किया जा सकता है – यही मेरा मत है। और यदि समाज इस समय उच्चतम सत्यों को स्थान देने में समर्थ नहीं है, तो उसे इस योग्य बनाओ। और जितना शीघ्र तुम ऐसा कर सको, उतना ही अच्छा।

वेदान्त कोई पाप नहीं जानता, वो केवल त्रुटी जानता है। वेदान्त कहता है कि सबसे बड़ी त्रुटी यह कहना है कि तुम कमजोर हो, तुम पापी हो, तुम एक तुच्छ प्राणी हो, तुम्हारे पास कोई शक्ति नहीं है, तुम ये नहीं कर सकते और तुम वो नहीं कर सकते। (Swami Vivekananda Quotes In Hindi)

प्रेम विस्तार है, स्वार्थ संकुचन है। इसलिए प्रेम जीवन का सिद्धांत है। वह जो प्रेम करता है जीता है। वह जो स्वार्थी है मर रहा है। इसलिए प्रेम के लिए प्रेम करो, क्योंकि जीने का यही एक मात्र सिद्धांत है। वैसे ही जैसे कि तुम जीने के लिए सांस लेते हो।

पीड़ितों की सेवा के लिए आवश्यकता पड़ने पर हम अपने मठ की भूमि तक भी बेच देंगे। हजारों असहाय नर नारी हमारे नेत्रों के सामने कष्ट भोगते रहें और हम मठ में रहें, यह असम्भव है। हम सन्यासी हैं,वृक्षों के नीचे निवास करेंगे और भिक्षा मांगकर जीवित रह लेंगे। 

शिक्षा क्या है ? क्या वह पुस्तक-विद्या है ? नहीं। क्या वह नाना प्रकार का ज्ञान है ? नहीं, यह भी नहीं। जिस संयम के द्वारा इच्छाशक्ति का प्रवाह और विकास वश में लाया जाता है और वह फलदायक होता है, वह शिक्षा कहलाती है।

मुझे गर्व है कि मैं एक ऐसे धर्म से हूं, जिसने दुनिया को सहनशीलता और सार्वभौमिक स्वीकृति का पाठ पढ़ाया है। हम सिर्फ सार्वभौमिक सहनशीलता में ही विश्वास नहीं रखते, बल्कि हम विश्व के सभी धर्मों को सत्य के रूप में स्वीकार करते हैं। (Swami Vivekananda Quotes In Hindi)

हम में से प्रत्येक को यही विश्वास रखना चाहिए कि संसार के अन्य सभी लोगों ने अपना कार्य संपन्न कर डाला है। एकमात्र मेरा ही कार्य शेष है और जब मैं अपना कार्यभार पूरा करूंगा। तभी संसार संपूर्ण होगा हमें अपने सिर पर यही दायित्व लेना है।

यह देश धर्म, दर्शन और प्रेम की जन्मभूमि है। ये सब चीजें अभी भी भारत में विद्यमान है। मुझे इस दुनिया की जो जानकारी है, उसके बल पर दृढतापूर्वक कह सकता हूं कि इन बातों में भारत अन्य देशों की अपेक्षा अब भी श्रेष्ठ है।

 लगातार श्रम करना ही आपकी सफलता का साथी है, इसलिए श्रम को सकारात्मक बनाएं विनाशक नहीं। श्रम एक अपराधी भी करता है, लेकिन उसका लक्ष्य सिर्फ किसी को नुकसान पहुंचाना या फिर किसी की जान लेना ही होता है।

आशा करते है की आपको हमारी ये पोस्ट स्वामी विवेकानद के अनमोल विचार हिंदी में, Swami Vivekananda Motivational Quotes in Hindi, Swami Vivekananda Quotes about Life, Swami Vivekananda thoughts in Hindi अच्छी लगी होगी तो कमेंट करके जरूर बताये मुझे, और सोशल मिडिया Facebook पर अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें | धन्यवाद 

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